चीन से युद्ध के लिए कितनी है भारत की तैयारी !
भारत के अपने पड़ोसी देश चीन से सीमा विवाद को लेकर तनातनी के बीच युद्ध जैसे हालात निर्मित हो गए हैं और दोनों देशों की सेनाएं भी आमने सामने आ जाने से स्थिति गंभीर है, अब हर भारतवासी के मन में ये प्रश्न उठ रहा होगा कि भारत के पास चीन से टक्कर लेने के लिए कितने और कौन- कौन से हथियार हैं. भारत और चीन दोनों ही परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र हैं और दोनों के पास अत्याधुनिक हथियारों की अच्छी खासी खेप है. ऐसे में दोनों देशों के हथियारों में तुलना होना स्वाभाविक है. हम यहाँ आपको अपने देश के पास मौजूद हथियारों के बारे में बताने जा रहे हैं.
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परमाणु हथियार:
सबसे पहले बात परमाणु हथियारों की, क्योंकि ये सबसे ज्यादा विनाशकारी अस्त्र हैं. किसी राष्ट्र के परमाणु संपन्न होने अर्थ है की वो दुनिया के किसी भी देश से युद्ध करने में सक्षम है और अपने सुरक्षा के लिए किसी भी देश को तबाह कर सकता है. परमाणु अस्त्रों का प्रयोग सेना के तीनों अंगों यानि जल, थल और वायु सेना द्वारा किया जा सकता है
स्वीडन के एक शोध संस्थान स्टॉकहोम इंटरनैशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट (सिपरी) द्वारा किये गए सर्वे में ये दावा किया जा रहा है कि भारत के पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान के पास भारत से ज्यादा परमाणु हथियार हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल भारत ने भी अपने परमाणु अस्त्रागार में 10 और हथियारों को जोड़ा है जिससे उसके परमाणु अस्त्रों की कुल संख्या 150 के लगभग हो गयी है. 2019 की शुरुआत में भारत के पास यह संख्या 140 के लगभग तक थी. जबकि चीन और पाकिस्तान के पास क्रमशः 320 और 160 के आस-पास परमाणु हथियार हैं. वर्तमान में अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, भारत, पाकिस्तान, इजरायल और उत्तर कोरिया जैसे दुनिया में कुल नौ देश परमाणु शक्ति संपन्न हैं, जिनके पास कुल परमाणु अस्त्रों की संख्या 13400 है.
वायु सेना की क्षमता:
भारतीय हवाई बेड़े में 2141 विमान की क्षमता है, जिसमें 538 फाइटर जेट के साथ 172 डेडिकेटेड अटैक क्राफ्ट्स, 250 ट्रांसपोर्ट के लिए, 359 ट्रेनर, 77 विशेष मिशन के लिए, 722 हेलिकॉप्टर और 23 अटैक हेलीकॉप्टर शामिल हैं।
चीन के हवाई बेड़े में 3444 विमान शामिल हैं, जिनमें 1232 फाइटर जेट, 371 डेडिकेटेड अटैक क्राफ्ट, 224 ट्रांसपोर्ट के लिए, 314 ट्रेनर, 111 विशेष मिशन के लिए , 911 हेलिकॉप्टर और 281 अटैक हेलीकॉप्टर शामिल हैं।
जल सेना की क्षमता:
भारतीय बेड़े में एक विमानवाहक पोत, 139 गश्ती जहाज, 13 फ्रिगेट, 10 विध्वंसक, 19 कोरवेट, 16 पनडुब्बी, और तीन युद्ध के लिए युद्धक जहाज शामिल हैं।
वर्तमान में चीन में दो विमान वाहक, 220 गश्ती जहाज, 36 विध्वंसक, 52 फ्रिगेट, 50 कोरवेट, 74 पनडुब्बी और 29 युद्ध के लिए जहाज हैं।
थल सेना की क्षमता:
जहाँ तक भारत की थल सेना के लिए हथियारों की क्षमता का प्रश्न है, तो भारत के पास कुल 4292 टैंक, 8686 बख्तरबंद गाड़ियां, 235 स्व-चालित तोपखाने, 4060 टोल्ड आर्टिलरी और 266 रॉकेट प्रोजेक्टर हैं।
थल सेना के लिए चीन के पास टैंकों की संख्या 3500 है, 33000 बख्तरबंद वाहन, 3800 स्व-चालित तोपखाने, 3600 टोल्ड आर्टिलरी और 2650 रॉकेट प्रोजेक्टर हैं।
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