सुकन्या समृद्धि योजना से अपनी बेटी को दें बेहतर भविष्य

Sukanya Samriddhi Yojana

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Scheme) बालिकाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गयी एक बचत योजना है जिसकी शुरुआत 22 जनवरी 2015 में हरियाणा से की गयी थी। इस योजना में बालिका के माता-पिता अपनी अधिकतम दो बच्चियों के नाम से सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत बैंक अकाउंट (सुकन्या समृद्धि खाता-Girl Child Prosperity Account) खुलवा सकते हैं। Sukanya Samriddhi Account के माध्यम से माता-पिता को एक बचत बनाने का साधन मिल जाता है जोकि भविष्य में बच्ची की शादी और शिक्षा पर खर्च के लिए काम आएगा। इस योजना में आपको खाता खोलने की तारीख से 15 वर्षों तक जमा करना होगा और 21 साल की समयावधि के बाद इसकी परिपक्वता पूर्ण होती है।

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) का उद्देश्य:

इस योजना की शुरुआत बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ (Beti Bachao-Beti Parhao) अभियान के अंतर्गत की गयी थी, जिसका उद्देश्य शादी की उम्र तक पहुंचने पर बेटियों के माँ-बाप को विवाह खर्च के लिए चिंता न करनी पड़े। वो चाहे तो Sukanya Samriddhi Account से 50% रकम उसकी आगे की पढ़ाई के लिए भी निकाल सकते हैं। लेकिन इसके लिए बालिका की उम्र 18 वर्ष पूरी होनी चाहिए। वर्तमान में इस योजना से 7.6% की ब्याज दर प्रदान की जा रही है।

अकाउंट खोलने के लिए नियम व शर्ते:

  1. अकाउंट खुलवाने के लिए बालिका की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिये।
  2. अकाउंट खुलवाने पर शुरुआत में न्यूनतम रु. 250 जमा करना होता है।
  3. उससे अधिक 100 के गुणकों में कोई भी राशि जमा कर सकते हैं।
  4. एक वर्ष में न्यूनतम(Minimum Deposit) रु. 250 और अधिकतम (Maximum Deposit) रु. 150,000 जमा कर सकते हैं।
  5. सुकन्या समृद्धि खाता किसी भी भारतीय डाकघर या सरकारी वाणिज्यिक बैंकों की शाखा में खुलवाया जा सकता है।
  6. प्रति बालिका केवल एक अकाउंट खोलने की अनुमति है (जुड़वाँ या तिड़वा अपवाद)।

अकाउंट के लिए आवश्यक दस्तावेज:

  • बच्ची का जन्म (Birth Certificate) प्रमाणपत्र
  • पता (Address) प्रमाणपत्र
  • पहचान (ID) प्रमाणपत्र

अन्य विशेषताएं:

  1. सुकन्या समृद्धि अकाउंट को भारत में कहीं भी, किन्तु समान बैंक की शाखा में स्थानांतरित किया जा सकता है।
  2. बालिका की आयु 10 वर्ष पूर्ण होने पर वह अपना खाता स्वयं संचालित कर सकती है।
  3. उच्च शिक्षा के लिए यदि पैसे की आवश्यकता हो और 18 वर्ष की आयु पूरी हो गयी हो तो अकाउंट से 50% रकम निकाली जा सकती है।
  4. इस योजना में आपको खाता खोलने की तारीख से 15 वर्षों तक जमा करना होता है।
  5. खाता खोलने की तारीख से 21 साल की समयावधि के बाद परिपक्वता तक पहुंचता है।
  6. यदि लड़की 18 वर्ष की उम्र के बाद विवाहित हो जाती है तो सामान्य रूप से अकाउंट को बंद कर सकते हैं।

Sukanya Samriddhi Yojana Calculator के माध्यम से आप चाहे तो Maturity Amount कैलकुलेट कर सकते हैं।

एक उदहारण के रूप में आपको समझाते हैं, यदि 2015 में कोई व्यक्ति अपनी बच्ची के लिए 1,000 रुपए प्रति महीने के हिसाब से 15 साल तक यानी 2030 तक हर साल 12 हजार रुपए डालता है। 15 सालों में इस व्यक्ति ने अकाउंट में कुल 1.80 लाख रुपए जमा किये। वर्तमान में उसे हर साल 8.5 % ब्याज मिलता रहेगा तो जब बच्ची 21 साल की होगी तो उसे 546000 रुपए मिलेंगे, अर्थात बाकी के 366000 रुपए ब्याज के मिलेंगे।

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