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होटल छोड़, गांव की शुद्ध हवा में रह रहा है ये फ्रांसीसी परिवार

Lockdown's Motivational Story गांव की शुद्ध हवा

Motivational Story of Lockdown गांव की शुद्ध हवा

वैसे तो हर किसी की चाहत होती है की बड़े बड़े माल्स में घूमे, अच्छे रेस्टोरेंट में खाना खाये एसी वाले कमरों में रुके। लेकिन उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में इसके उलट जो देखने को मिला उसको देख कर सब हैरान हैं। दरअसल गांव की शुद्ध हवा में ७ फ्रांसीसी लोगों की एक फेमिली शहरों की ऐसो आराम वाली जिंदगी छोड़ कर ख़ुशी ख़ुशी महराजगंज जिले के एक गांव में रहना पसंद कर रहा है।

ये घटना असल में लॉकडाउन शुरू होने से कुछ दिन पहले की है ये पूरा परिवार नेपाल घूमने के लिए सड़क मार्ग से जा रहा था नेपाल पहुंचने से पहले ये लोग महराजगंज जिले के लक्ष्मीपुर क्षेत्र तक ही पहुंचे थे की लॉकडाउन की घोषणा हो गई जिसके बाद ये पूरा फ्रांसीसी परिवार यहीं फंस गया। अब ये पूरा फ्रांसीसी परिवार महराजगंज जिले के लक्ष्मीपुर क्षेत्र में स्थित शिव मंदिर के पास ही रहते हुए गांव की शुद्ध हवा-पानी का आनंद लें रहा है। ये लोग फरवरी में यात्रा पर निकले थे और टूरिस्ट वीसा पर इंडिया आये थे। २५ मार्च को इन लोगों को नेपाल जाना था लेकिन कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते इन सबको बीच में ही अपनी यात्रा रोकनी पड़ी। दरअसल अंतर्राष्ट्रीय सीमा सील होने की वजह से इन सबको महराजगंज जिले में रुकना पड़ा।

मंदिर के पास रुकने की जानकर होते ही वहां के पुजारी ने उनके खाने-पीने व अन्य सामग्री की व्यवस्था का इंतजाम किया। जैसा की हम सुनते आये हैं की अतिथि देवो भवः ठीक वैसा ही यहाँ के पुजारी जी ने किया। इसके साथ ही यहाँ के ग्राम-प्रधान ने पूरे तत्परता के साथ खाने-पीने व अन्य सामग्री की व्यवस्था के साथ प्रशासन को इस बात की जानकारी दी। प्रशासन ने सभी फ़्रांसिसी लोगों के स्वास्थ की जांच करवाई, पूरा परिवार पूरी तरह से स्वस्थ पाया गया।

प्रशासन ने सभी फ्रांसीसी लोगों को होटल में रुकने का प्रस्ताव रखा लेकिन इस फ्रांसीसी परिवार ने प्रस्ताव को ठुकरा कर गांव में ही रुकने की इच्छा जाहिर कर दी। इनका कहना है की हमे गांव में ही अच्छा लग रहा है। इनको ये गांव वाला भारत बहुत पसंद आ रहा है। भगवान् शिव की पूजा कर विश्व को कोरोना महामारी से मुक्त करने के लिए प्रार्थना भी कर रहे हैं। इनका कहना है की लॉकडाउन ख़त्म होने तक वो इसी गांव में रुकेंगे और यहाँ से नेपाल घूमने के लिए लॉकडाउन ख़त्म होने का इन्तजार करेंगे

वैसे तो ये बात किसे नहीं पता की गांव में शुद्ध हवा मिलती है क्योंकि वहां ज्यादा पेड़ हैं। अलग अलग तरीके की ताज़ी सब्जियां-फल सब गांव में ही पैदा किया जाते हैं इतना सब हमें पता होते हुए भी गांव में रहना पसंद नहीं करते लेकिन इन फ़्रांसिसी लोगों को देख कर तो यही लगता है लोग शहरों के कल्चर से ऊब रहे हैं, बस शहर वालों एक बार गांव की शुद्ध हवा लग जाये तो वो फिर वापस शहर जाने का नाम नहीं लेंगे।
हम गांव वालों के पास इतना सब कुछ होते हुए भी रोजगार के लिए शहरों में नौकरी के लिए जाने को प्रेरित किया जाता है। क्यों न हम ऐसा कुछ करें की रोजगार गांव में ही मिले, हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं की आगे जा कर शहरों और गांव में ज्यादा अंतर नहीं रह जायेगा गांव में अब सब कुछ मौजूद है। फ़ोन, इंटरनेट से लेकर हर वो चीज जो इसके पीछे हम शहरों की तरफ रुख करते थे अब वो सारी उपयोग की वस्तुएं गांव में भी मौजूद हैं।

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