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SBI: बचत बैंक खातों के लिए न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकता नहीं

No Minimum balance in SBI is Required

No Minimum balance in SBI is Required

अब आपको अपने खाते में न्यूनतम शेष राशि के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है यदि आपके पास एसबीआई खाता है। भारतीय स्टेट बैंक ने 11 मार्च 2020 को घोषणा की कि 10 मार्च 2020 से बचत खाते में औसत मासिक शेष रखने की कोई न्यूनतम शेष राशि नहीं (No Minimum balance in SBI) है।

प्रेस विज्ञप्ति में क्या है?

बैंक की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि “भारतीय स्टेट बैंक ने सभी बचत बैंक खातों के लिए औसत मासिक शेष राशि का रखरखाव करने का निर्णय लिया है।

इसलिए यह SBI खाताधारकों के लिए बहुत अच्छी खबर है क्योंकि वे बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट का आनंद ले सकते हैं। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इससे 44.51 करोड़ खाताधारकों को लाभ मिलेगा।

पहले क्या था नियम?

इससे पहले या हाल ही में खाताधारकों को औसत मासिक शेष राशि (Minimum balance in SBI) बनाए रखने की आवश्यकता होती थी: मेट्रो में रु. 3000, शहरी में रु. 2000 और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए रु. 1000, इसके अलावा बैंक ने एसएमएस सेवाओं को भी समाप्त कर दिया, और इतना बैलेंस मेन्टेन नहीं रखने पर ५ रुपये से १५ रुपये चार्ज किया जाता था। लेकिन इस नियम के लागू होने के बाद जीरो बैलेंस होने पर भी कोई चार्ज नहीं देना होगा।

इससे पहले, एसबीआई ने सावधि जमा की ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की थी। नई सावधि जमा दरें 10 मार्च से लागू हो गई हैं।

किस प्रकार है लाभदायक?

गरीब-मजदूरों, किसानों तथा अन्य गरीबों के लिए ये किसी वरदान जैसा साबित होगा, क्योंकि गरीबों के खाते में पैसे आते ही उन्हें अपने जरुरत के लिए निकलना पड़ता है ऐसे में उन्हें जरुरत होने पर भी बैंक में मिनिमम बैलेंस बनाये रखने कि आवश्यकता होती थी अन्यथा बैंक इसके लिए पैसे चार्ज करता था।

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